ओमिक्रोन जिस तरह दुनिया भर में फैल रहा है उससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि कोरोनावायरस की तीसरी लहराने शुरू हो गई है| लोगों के मन में तरह-तरह के सवाल आ रही हैं जिसमें से एक सवाल यह भी है कि कोरोना वैक्सीन इस नए वेरिएंट पर कितनी प्रभावी है? वैक्सीन को लेकर तरह-तरह की बातें सामने आ रही है जिसे लेकर लोगों के मन में डर बना हुआ है|
इसी डर के बीच एक राहत देने वाली बात एम्स के डॉक्टर डॉ गुलेरिया ने कहीं है|
डॉ. गुलेरिया में कहां की, मौजूदा वैक्सीन में मामूली फेरबदल करके उसे नए वेरिएंट के खिलाफ कारकार बनाया जा सकता है| एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि जहां तक ओमिक्रोन की गंभीरता का सवाल है इसको लेकर अगले कुछ हफ्ते बहुत ज्यादा अहम हैं| नए आंकड़ों से ही यह पता चल सकता है कि यह कितना गंभीर संक्रमण है|
डॉ. गुलेरिया ने कहा, माना कि यह कोरोना का नया स्वरूप है लेकिन यह कम संक्रामक है| जहां तक वैक्सीन की बात है तो इससे हमें सुरक्षा मिलनी चाहिए| मैं समझता हूं कि मौजूदा व्यक्ति में फेरबदल किया जा सकता है| उन्होंने कहा कि हमें यह समझना होगा कि हमारे पास नई पीढ़ी के टीके होंगे| मौजूदा वैक्सीन प्रभावी है लेकिन नए स्वरूप के खिलाफ इसकी प्रतिरक्षा कम हो सकती है| लेकिन मौजूदा वैक्सीन में फेरबदल करके इसे कोरोना के नए स्वरूप के खिलाफ प्रतिरक्षा हासिल की जा सकती है|