
अल्मोड़ा। जिले में आग लगने के सारे पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त हो चुके हैं। बता दे कि एक ही दिन में आग लगने की काफी घटनाएं सामने आने से काफी वन संपदा को नुकसान पहुंचा है।अल्मोड़ा मौलेखाल के जंगल जलने की घटना ने सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। नगर से लेकर जिले के विभिन्न हिस्सों में 12 से अधिक जंगलों में आग लगने के कारण काफी नुकसान हुआ है।
फायर सीजन शुरू होने से पहले ही जंगलों की सुरक्षा के दावे धराशाही होते नजर आ रहे हैं। नगर के नजदीक चितई और उडियारी के जंगल में बीते सोमवार को आग लग गई जो कि काफी समय तक नहीं बुझाई गई इसके अलावा सल्ट , ढहला समेत अन्य हिस्सों में भी बीते दो-तीन दिन से जंगल जल रहे हैं और इस दौरान 8 हेक्टेयर से अधिक जंगल जल गए हैं। फायर सीजन में जंगलों को आग से सुरक्षित बचाने के दावे हो रहे हैं जिसके लिए क्रू सेंटर भी स्थापित किए गए हैं मगर इनका कोई फायदा नजर नहीं आ रहा है। काफी समय से जंगल जल रहे हैं मगर विभाग जंगल की आग बुझाने में नाकाम साबित हो रहा है। सोमेश्वर क्षेत्र में भी जंगल में आग लग गई जो कि तीन दिन तक विभाग नहीं बुझ पाया इससे लगभग दो हेक्टेयर वन क्षेत्र जल गया।