
उत्तराखंड राज्य में आने वाले समय में लावारिस शवों के सुपुर्द- ए- खाक का पूरा खर्च उत्तराखंड वल्फ बोर्ड उठेगा।
बता दे कि बोर्ड मुस्लिम समाज के आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की मदद भी करेगा जो परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है और किसी अपने की मृत्यु होने पर उसके कफन- दफन का खर्च नहीं उठा पाए उनकी मदद के लिए भी बोर्ड की अगली बैठक में प्रस्ताव लाया जाएगा। वल्फ बोर्ड के अध्यक्ष शम्स ने प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत के जरिए कहा कि राज्य में अक्सर ऐसे मामले सामने आते हैं जिनमें लावारिस शव की पहचान नहीं हो पाती यद्यपि यह पता लग जाता है कि मृतक किस धर्म से है लेकिन लावारिस होने के कारण उसके कफन- दफन में दिक्कत आती है ऐसे में सुपुर्द- ए- खाक का पूरा खर्चा उत्तराखंड वल्फ बोर्ड उठेगा। उनका कहना था कि हम देवभूमि उत्तराखंड में रहने वाले लोग हैं तो हमारे सभी कार्यों में मानवता दिखाई देनी चाहिए इसलिए हम कमजोर परिवारों की भी आर्थिक रूप से मदद करेंगे।
