
उत्तराखंड राज्य के राजाजी टाइगर रिजर्व के दक्षिणी हिस्से में जिम कॉर्बेट पार्क से एक बाघिन लापता है और चौंकाने वाली बात यह है कि उसका रेडियो कॉलर भी काम नहीं कर रहा है। बता दें कि बाघिन को 22 माह पूर्व शिफ्ट किया गया था और उसकी निगरानी के लिए स्पेशल टीम भी गठित की गई थी। मगर बाघिन बीते 3 माह से लापता है जिसका अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। यहां तक कि बाघिन का रेडियो कॉलर भी काम नहीं कर रहा है और उसे ट्रेस भी नहीं कर पा रहे हैं। बता दें कि राजाजी पार्क में कई जगहों पर लाखों रुपए खर्च करने के बाद कैमरा ट्रैप लगाए गए हैं मगर फिर भी बाघिन का कोई पता नहीं चल पा रहा है। ना सिर्फ बाघिन बल्कि इससे पहले एक बाघ भी वहां से लापता हो चुका है। जिसका पता आज तक किसी ने नहीं लगाया गया। ऐसे में संबंधित अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं।
बाघिन पिछले 3 माह से लापता है मगर अभी भी उसके लोकेशन का कोई पता नहीं है। बाघिन के गायब होने के बाद पहले स्थानीय अधिकारी उसे तलाशने में जुटे रहे लेकिन जब बाघिन का कोई पता नहीं चला तो इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई। बता दें कि बाघिन की तलाश के लिए 4 विशेष टीमें गठित की गई है। बाघिन का रेडियो कॉलर भी काम नहीं कर रहा है जिस कारण उसकी लोकेशन तलाशने में काफी दिक्कतें आ रही हैं। यदि उसका रेडियो कॉलर सही से काम करता तो उसे ढूंढने में कोई भी परेशानी नहीं होती मगर बाघिन का रेडियो कॉलर भी काम नहीं कर रहा है।
