
उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा आज दिनांक 19 सितंबर 2022 को सोमवार के दिन पिथौरागढ़ पहुंचकर छारछुम में काली नदी पर भारत- नेपाल के बीच 110 मीटर स्पान सेतु के शिलान्यास के बाद भारत और नेपाल के नागरिकों को इस पुल से मिलने वाले लाभों के बारे में बताया गया। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले से नेपाल की यात्रा काफी आसान हो जाएगी क्योंकि जहां अब तक यात्रियों को पिथौरागढ़, टनकपुर ,बनबसा और महेंद्रनगर होते हुए नेपाल जाना पड़ता था वहीं अब छारछुम में काली नदी पर भारत और नेपाल के बीच पुल बन जाएगा जिससे कि यात्री दोनों देशों की यात्रा आसानी से कर पाएंगे। पिथौरागढ़ जिले से आने वाले दिनों में भारत और नेपाल की यात्रा काफी आसान हो जाएगी। बता दे कि दोनों देशों के बीच यह पुल 32 करोड़ 98 लाख रुपए की लागत से बनने जा रहा है जिसका शिलान्यास उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा कर लिया गया है। पहले जहां यात्रियों को 500 किलोमीटर की दूरी तय करनी होती थी वही अब पुल के जरिए यात्री मिनटों में भारत नेपाल आ – जा सकते हैं। राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा उम्मीद जताई गई है कि पुल अगले 1 साल में बनकर तैयार हो जाएगा और इस पुल की गुणवत्ता को लेकर भी मुख्यमंत्री धामी द्वारा धारचूला निवासियों को भरोसा दिलाया गया है।
कहा गया है कि निर्धारित समय के अंतर्गत पुल का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। इस पुल का निर्माण होने के बाद दोनों देशों के बीच के संबंधों में भी सुधार होगा। साथ में उन्होंने यह भी बताया कि सीमांत जिला पिथौरागढ़ में ग्रामीणों और गर्भवती महिलाओं की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा पिथौरागढ़ जिले में हेलीकॉप्टर की समय सीमा को बढ़ा दिया गया है।
