
अल्मोड़ा। नगर के जिला अस्पताल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहां पर एक युवती को उसके परिजन उपचार के लिए लेकर आए थे और जब युवती वहां पर उपचार हेतु पहुंची तो उसका पेट ढका हुआ था परिजनों ने बताया कि उसके पेट में दर्द हो रही है इसलिए उसे अस्पताल लेकर आए हैं। युवती की हालत गंभीर होने के कारण उसे महिला अस्पताल रेफर कर दिया गया तथा वहां पर युवती की नॉर्मल डिलीवरी कराई गई परिजनों का इस मामले में कहना है कि उन्हें युवती के गर्भवती होने के बारे में बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी और 3 माह बाद युवती की शादी होने वाली है।
परिजन बुधवार की शाम को युवती को अस्पताल लेकर आए थे जिसके बाद दुपट्टे से ढका पेट देखकर डॉक्टरों को संदेह हो गया और उन्होंने महिला अस्पताल के लिए पीड़िता को रेफर कर दिया। जैसे ही युवती को महिला अस्पताल ले जाया गया तो वहां पर चिकित्सकों द्वारा युवती की नार्मल डिलीवरी कराई गई और बीते गुरुवार की सुबह ही परिजन युवती को डिस्चार्ज करा कर ले गए युवती ने जिस बालक को जन्म दिया है वह फिलहाल स्वस्थ हैं। बिना विवाह नवजात को जन्म देने के संदर्भ में कहीं कोई शिकायत भी दर्ज नहीं कराई गई हालांकि अस्पताल प्रशासन ने कोतवाली में प्राथमिक सूचना दे दी थी जिसके बाद पुलिसकर्मी अस्पताल पहुंचे और मामले की जांच पड़ताल की लेकिन कोई शिकायत ना मिलने के कारण रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई गई।
जिस युवती ने नवजात शिशु को जन्म दिया है उसकी आगामी 3 माह के अंदर शादी होने वाली है इसलिए स्वजनों ने इसकी कोई सूचना नहीं दी और युवती तथा बच्चे को डिस्चार्ज करा कर ले गए। युवती के परिजनों ने इस संदर्भ में बताया है कि उन्हें उनकी बेटी के गर्भवती होने की कोई भी जानकारी नहीं थी और मामला बालिग होने के कारण चिकित्सकों द्वारा भी इसे गोपनीय रखा गया और इस बात की जानकारी भी नहीं है कि युवती ने किसके बच्चे को जन्म दिया है।
इस मामले में बताते हुए कोतवाल अल्मोड़ा राजेश कुमार यादव का कहना है कि उन्हें बालिग अविवाहिता के नवजात बच्चे को जन्म देने की खबर मिली है लेकिन इस संदर्भ में किसी ने कोई भी तहरीर नहीं दी है यह मामला बालिग है इसलिए बिना कोई शिकायत के इस बारे में जांच नहीं की जा सकती और किसी के खिलाफ रिपोर्ट भी इसमें दर्ज नहीं कर सकते।
