बड़ी खबर -: सेना का जवान पाकिस्तानी महिला एजेंटों के हनीट्रैप में फंसा, गोपनीय दस्तावेज और वीडियो भेजें

ऑपरेशन सरहद के तहत राजस्थान इंटेलिजेंस ने बीते दिवस एक बड़ी कार्यवाही की है| जिसमें राजस्थान इंटेलिजेंस ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को गोपनीय दस्तावेज और युद्धाभ्यास की फोटो और वीडियो भेजने वाले सेना के जवान शांतिमोय राणा को गिरफ्तार किया है|
डीजी इंटेलिजेंस उमेश मिश्रा ने कहा कि हमें जानकारी मिली कि सेना का जवान शांतिमोय राणा सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तानी खुफिया हैंडलर्स के निरंतर संपर्क में है| इंटेलिजेंस जयपुर की टीम ने जवान की गतिविधियों पर निगरानी रखी तो पता चला कि वह हनीट्रैप और पैसों के प्रलोभन में आकर सोशल मीडिया के माध्यम से पाक महिला एजेंट को सेना की महत्वपूर्ण सूचनाएं भेज रहा था| इस पर 25 जुलाई को शांतिमोय राणा को हिरासत में लिया गया| पूछताछ में आरोपी जवान ने कहा कि वह साल 2018 से भारतीय सेना में है| काफी समय से व्हाट्सएप चैट और व्हाट्सएप ऑडियो और वीडियो कॉलिंग के माध्यम से महिला पाक एजेंट से संपर्क में है| आरोपी जवान ने कहा कि गुरनूर कौर उर्फ अंकिता नाम की महिला ने अपने आप को शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश निवासी बताया था| उसने बताया कि वह मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस में कार्य करती है| उसके साथ ही एक अन्य युवती निशा ने कहा कि वह मिलिट्री नर्सिंग सर्विस में काम करती है| दोनों महिला एजेंटों ने जवान को हनीट्रैप और पैसों का लोभ देकर सेना से संबंधित गोपनीय दस्तावेज के फोटोग्राफ और युद्ध अभ्यास के वीडियो मांगे लालच में आकर आरोपी जवान अपनी रेजीमेंट के गोपनीय दस्तावेज और युद्ध अभ्यास के वीडियो सोशल मीडिया के जरिए पाक महिला एजेंटों को भेज रहा था| जिसके लिए उसे पाक महिला एजेंटों ने बैंक खाते से पैसे भी भेजें| आरोपी से पूछताछ और मोबाइल फोन की तकनीकी विश्लेषण में तथ्यों की पुष्टि होने पर आरोपी के विरुद्ध शासकीय गुप्त बात अधिनियम 1923 के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी कर ली गई है|