देहरादून। राज्य में उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा बिजली के दामों में लगातार वृद्धि की गई मगर वर्ष 2007 में तय किया गया मुआवजा ज्यों का त्यों है,आपको बता दें राज्य में उपभोक्ताओं को राहत देने के उद्देश्य से बिजली की वोल्टेज में उतार-चढ़ाव के कारण होने वाले उपभोक्ताओं के उपकरणों में नुकसान के लिए यूपीसीएल द्वारा मुआवजा दिया जाता है मगर मुआवजे की राशि ऊंट के मुंह में जीरे के समान है।
उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा वर्ष 2007 में उपकरणों के पकने पर ₹500 का मुआवजा निर्धारित किया गया था जो अभी भी ज्यों का त्यों बना हुआ है जबकि बिजली के दाम आसमान छू रहे हैं, वहीं विद्युत नियामक आयोग के सचिव नीरज सती ने कहा है कि नियामक आयोग द्वारा रेगुलेशन की नई s.o.p. पर कार्य किया जा रहा है जिसके बाद वक्ताओं को राहत देने के उद्देश्य से मुआवजे के नए रेट भी आएंगे।