
योग विज्ञान विभाग, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा द्वारा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (11वें संस्करण) के अवसर पर भव्य योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों प्रतिभागियों ने एक साथ योगाभ्यास कर योग के प्रति आस्था, अनुशासन और जागरूकता का अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का आयोजन सिमकनी खेल मैदान, अल्मोड़ा में प्रातः अरुणोदय की बेला में किया गया, जिसका संचालन रजनीश जोशी द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों के द्वारा द्वीप प्रज्वलन के साथ हुआ
इस अवसर पर मुख्य अतिथि कैलाश शर्मा (पूर्व विधायक, बारामण्डल एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा), कैलाश पंत (दर्जा राज्य मंत्री, अध्यक्ष श्रम संविदा बोर्ड), गंगा बिष्ट (दर्जा राज्य मंत्री, महिला उद्यमिता परिषद), अजय वर्मा (महापौर, नगर निगम), प्रो. पी.एस. बिष्ट (कार्यक्रम अध्यक्ष, परिसर निदेशक), डॉ. डी.एस. बिष्ट (कुलसचिव), प्रो. जे.एस. बिष्ट (पूर्व कुलपति), प्रो0 जे0 एस0 रावत (प्रसिद्ध पर्यावरणविद) ललित लटवाल, महेश नयाल, विनीत बिष्ट, कैलाश चंद्र गुरुरानी, कर्नल मनोज कांडपाल, प्रो. शेखर जोशी, प्रो. डी.एस. पोखरिया, दीपक राजेश्वरी, धर्मेंद्र (आईटीबीपी), राजेश बिष्ट, डॉ. भुवन आर्य, डॉ. गिरिजा पांडे, प्रमोद पटेल सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों की गरिमामयी उपस्थिति रही।
कार्यक्रम में आयुष मंत्रालय द्वारा जारी कॉमन योगा प्रोटोकॉल का अभ्यास प्रतिभागियों को रॉबिन हिमानी द्वारा कराया गया। इस अवसर पर मंच से संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कैलाश पंत एवं कार्यक्रम अध्यक्ष प्रो. पी.एस. बिष्ट ने योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए इसे जन-जन तक पहुँचाने की आवश्यकता पर बल दिया।विभागाध्यक्ष एवं अभियान संयोजक डॉ. नवीन भट्ट ने “आओ हम सब योग करें” अभियान की एक माह की व्यापक गतिविधियों की जानकारी साझा करते हुए बताया कि यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की प्रेरणा एवं दिशा-निर्देशों में संचालित हो रहा है, जिनका स्पष्ट संदेश है कि “योग को हर व्यक्ति की दिनचर्या का हिस्सा बनाना ही स्वस्थ समाज की नींव है।” उन्होंने बताया कि 21 मई से 21 जून 2025 तक आयोजित इस अभियान में योग विज्ञान विभाग के प्रशिक्षुओं ने न केवल उत्तराखंड के अल्मोड़ा, चंपावत, बागेश्वर, पिथौरागढ़ आदि जनपदों में, बल्कि देश के अन्य राज्यों में भी प्रतिदिन 300 योग शिविरों का संचालन किया। इस प्रकार एक माह में कुल 9000 योग शिविरों के माध्यम से लगभग 5 लाख लोगों को अभियान से जोड़ा गया।इसके अतिरिक्त मंदिरों, मठों, घाटों और आश्रमों में भी योग सत्रों के साथ-साथ वेद, उपनिषद एवं पुराण विषयक संवाद श्रृंखलाओं का आयोजन किया गया, जिससे योग और भारतीय ज्ञान परंपरा को जनमानस के बीच सशक्त रूप से प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम में एनसीसी – 24 बटालियन, आईटीबीपी, सशस्त्र सीमा बल, छावनी परिषद, दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल विकास केंद्र, स्प्रिंग डेल्स, शारदा पब्लिक स्कूल, बाल विद्या निकेतन, राजकीय विद्यालय दुगालखोला, एडम्स गर्ल्स इंटर कॉलेज, मानस पब्लिक स्कूल सहित विभिन्न शैक्षणिक, गैर-शैक्षणिक, सैन्य एवं अर्धसैनिक संगठनों के प्रतिनिधियों एवं विद्यार्थियों ने भी भाग लिया। इस अभियान में डॉ. गिरीश अधिकारी, डॉ. लल्लन कुमार सिंह, शोधार्थी सीताराम सहित योग विभाग के छात्र-छात्राएं सक्रिय रूप से संलग्न रहे, जिन्होंने जन-जन को योग से जोड़ने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई।
