
उत्तराखंड राज्य में घटित अंकिता हत्याकांड की घटना को काफी समय बीत चुका है और अभी तक वीआईपी का कुछ भी पता नहीं चल पाया है। ऐसे में अब पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि वह इस मामले में देहरादून स्थित गांधी पार्क में एक दिवसीय धरना देंगे। साथ में उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की ओर से वीआईपी को लेकर दिया गया बयान भविष्य में संबंधित मुकदमा और दंड प्रक्रिया में बाधा बन सकता है। पत्रकारों से वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि बेटी को न्याय मिलना चाहिए और इस मामले में वीआईपी को लेकर सरकार के मंत्री का जो बयान आया है वह आगे चलकर इस मुकदमे को प्रभावित कर सकता है। दरअसल इस हत्याकांड के मामले में वनंतरा रिजॉर्ट की कर्मचारी ने अपनी व्हाट्सएप चैटिंग में कहा था कि उस पर किसी वीआईपी को स्पेशल सर्विस देने के लिए दबाव बनाया जा रहा था और अभी तक उत्तराखंड की जनता इसे लेकर काफी संदेह में है। इसमें वीआईपी की उपस्थिति काफी गंभीर मामला है और रिसॉर्ट की संस्कृति पर भी इससे सवाल खड़े हुए हैं। इसलिए उनका कहना है कि बेटी को न्याय दिलाने के लिए वह आगामी सोमवार को धरना देंगे।
