
उत्तराखंड राज्य में कुछ दिनों पहले देहरादून के आराध्या फाउंडेशन नशा मुक्ति केंद्र चंद्रबनी में एक युवक की मौत हो गई जिसके बाद केंद्र का स्टाफ उसे उनके घर पर छोड़ गया। इस मामले में क्लेमेंटाउन थाना पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बीते 11 अप्रैल को थाना क्लेमेंटाउन में हेमंत निवासी लेन नंबर 1 क्लेमेंटाउन द्वारा सूचना दी गई थी कि उनके भाई सिद्धार्थ को आराध्या फाउंडेशन नशा मुक्ति केंद्र चंद्रबनी में 20 से 25 दिन पहले भर्ती कराया गया था और नशा मुक्ति केंद्र के संचालक प्रशांत जुयाल, अजय शर्मा, मनीष कुमार एवं मोहन थापा ने बेरहमी से सिद्धार्थ को पीट कर उसकी हत्या कर दी। उन्होंने बताया कि 11 अप्रैल की सुबह वह सब सोए थे उसी वक्त नशा मुक्ति केंद्र के कर्मी सिद्धार्थ के शव को एक कपड़े में लपेटकर घर के बाहर छोड़कर भाग गए जिसके बाद क्लिमेंटाउन में यह मुकदमा दर्ज करवाया गया और जांच में पाया गया कि नशा मुक्ति केंद्र संचालक प्रशांत जुयाल व अजय शर्मा ने 10 अप्रैल की रात को सिद्धार्थ के साथ काफी मारपीट की थी जिसके कारण अगले दिन सुबह तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी। फिर प्रशांत के कहने पर अजय, मनीष कुमार व मोहन थापा के प्रशांत की गाड़ी से सिद्धार्थ के शव को उसके घर पर छोड़ आए।
