
उत्तराखंड राज्य के देहरादून में बीते मंगलवार को राज्य सरकार के ऑटोमेटेड फिटनेस स्टेशन की व्यवस्था के विरुद्ध ट्रांसपोर्टरों ने हड़ताल की। जिससे यात्री और स्थानीय जनता को यातायात के लिए भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा। बता दें कि सार्वजनिक परिवहन सेवा में निजी बस, सिटी बस, जीप, ट्रैक्टर, टैक्सी आदि के पहिए थम गए जिससे यात्रियों को काफी नुकसान हुआ। बता दें कि लोगों को निजी वाहनों से लिफ्ट मांग कर स्कूल और कॉलेजों तक जाना पड़ा। यही नहीं बल्कि शहर के कुछ क्षेत्रों में ट्रांसपोर्टरों ने दोपहिया वाहनों पर घूमकर संचालित हो रहे विक्रम और अन्य वाहनों को रोकने का प्रयास किया जिससे विवाद भी हो गया। बता दें कि लगभग 45 हजार के करीब यात्री देहरादून में रोजाना सफर करते हैं और सार्वजनिक परिवहन सेवा ठप होने के कारण बीते मंगलवार को यात्री भटकते रहे। और ट्रांसपोर्टरों ने आंदोलन करते समय रेसकोर्स स्थित बन्नू स्कूल से विधानसभा के लिए पैदल कूच किया। जिसके बाद बैरिकेडिंग लगाकर पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया मगर इससे पुलिस और ट्रांसपोर्टरों के बीच नोकझोंक बढ़ गई। जिसके कारण ट्रांसपोर्टरों द्वारा मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन एसडीएम विकासनगर विनोद कुमार को सौंपा गया।
