उत्तराखंड राज्य में केंद्रीय मंत्री द्वारा वनाग्नि को लेकर सलाह दी गई है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा है कि 5 साल से जिन क्षेत्रों में लगातार आग लग रही है पहले वहां से काम शुरू किया जाए जंगल की आग राज्य में सबसे बड़ी समस्या है और इससे जंगल की गुणवत्ता भी प्रभावित हो रही है तथा अतिक्रमण का खतरा भी बना रहता है इसलिए जहां 5 साल से लगातार आग की घटना घट रही हो उस क्षेत्र की अलग से श्रेणी बनाई जाए और अग्रिम तौर पर वहां पर काम किया जाए। केंद्रीय मंत्री द्वारा क्षतिपूरक वनीकरण के लिए भूमि जुटाने की उत्तराखंड जैसे राज्यों की चुनौती पर कहा गया कि इकोलॉजी और इकोनॉमी दोनों को साथ-साथ चलना होगा।
Recent Posts
- Uttarakhand:- राजभवन में इस दिन से लगेगी पुष्प प्रदर्शनी….. 15 विभिन्न श्रेणियो की प्रतियोगिताओं के लिए दिए जाएंगे 162 पुरस्कार
- Uttarakhand:- समान नागरिक संहिता से संबंधित शंकाओं को दूर करने हेतु जारी हुआ मोबाइल नंबर
- Uttarakhand:- राज्य की झोली में एक और स्वर्ण पदक…..पढ़े पूरी खबर
- दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025:- एग्जिट पोल में बीजेपी को बढ़त, आप की स्थिति अलग-अलग अनुमानों में भिन्न
- बागेश्वर:- अनधिकृत व्यक्ति का वेयर हाउस परिसर में प्रवेश पर सख्ती से लगे रोक -डीएम