उत्तराखंड। बीते 2 वर्ष पहले 27 नवंबर 2019 के दिन कैबिनेट में श्राइन बोर्ड गठन का प्रस्ताव पारित किया गया था जिस कारण 27 नवंबर के दिन तीर्थ पुरोहित अपना काला दिवस मनाते है तथा अपने आक्रोश को प्रकट करते है। आज 23 नवंबर 2021 शनिवार के दिन तीर्थ पुरोहितों ने अपना काला दिवस मनाते हुए सचिवालय की ओर कूच किया हालांकि पुलिस ने उन्हें रोक दिया। लेकिन आक्रोश में भरे हुए पुरोहितों ने गांधी पार्क में नारेबाजी शुरू की तथा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रैलियां भी निकाली।
इस दौरान पुलिस और पुरोहितों के बीच काफी नोकझोंक भी हुई। महापंचायत के प्रदेश प्रवक्ता डॉ बृजेश सती का कहना है कि आज ही के दिन कैबिनेट में यह प्रस्ताव पारित हुआ था जिसके कारण आज तीर्थ पुरोहित अपना काला दिवस मनाते है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार यदि अपने वादे के मुताबिक 30 नवंबर को देवस्थनाम बोर्ड को भंग नहीं करेगी तो वह पुरोहितों का इससे भी उग्र रूप देखेगी। तीर्थ पुरोहितों की इस रैली में सुरेश सेमवाल, पुरुषोत्तम उनियाल, आचार्य संतोष त्रिवेदी, उमेश सती, निखिलेश सेमवाल, विपिन जोशी, संजय तिवारी, ब्रह्म कमल आदि शामिल रहे।