उत्तराखंड राज्य में इस बार जंगल में लग रही है आग की घटनाएं काफी अधिक मात्रा में सामने आ रही है। बता दे कि कुमाऊं और गढ़वाल में बीते बुधवार को 31 जगह जंगलों में आग लगी जिसकी अपेक्षा बीते बृहस्पतिवार को थोड़ी राहत मिली मगर इस बार जंगल धधकने पर भी हेलीकॉप्टर आग बुझाने के लिए नहीं आएंगे।
मुख्य वन संरक्षक वनाग्नि एवं आपदा प्रबंधन निशांत वर्मा के अनुसार जंगल की आग पर काबू पाने के लिए हेलीकॉप्टरों से कोई भी मदद लिए जाने का प्रस्ताव इस बार नहीं मिला है और विभाग को इसकी जरूरत भी नहीं है। प्रदेश के जंगलों में आग लगने के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं और जैसे ही गर्मी तेजी से बढ़ रही है जगह-जगह से आग लगने की घटनाएं भी सामने आ रही हैं। जैसे ही जंगलों में आग लगने की घटना सामने आ रही है वैसे ही क्रू टीम मौके पर जाकर आज बुझा रही है। विभाग के पास फायर वाचर है और कुछ नए कर्मचारी भी मिले हैं और ग्रामीणों को भी इस मामले में जागरूक किया जा रहा है। बता दे कि पूरी जब जंगल जलते हैं तो हेलीकॉप्टरों की मदद ली जाती हैं जिससे जल्दी ही आग पर काबू पाया जा सकता है और उत्तराखंड में 2020 तथा 2021 में भी वनाग्नि बुझाने के लिए हेलीकॉप्टरों का प्रयोग किया गया था मगर पहाड़ में इस तरह के प्रयास सफल नहीं रहे इसलिए इस बार जंगलों की आग बुझाने के लिए हेलीकॉप्टर मदद नहीं करेंगे।