
स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 के नतीजे जारी हो चुके हैं और देश भर में उत्तराखंड राज्य के रामनगर ने अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। बता दें कि रामनगर को पूरे देश में 28 वी रैंक स्वच्छता के मामले में दी गई है। और यदि उत्तराखंड की बात करें तो उत्तराखंड में रामनगर को पहला स्थान दिया गया है। रामनगर को फास्ट मूविंग सिटी का अवार्ड भी मिला है। इस अवॉर्ड को हासिल करने के लिए रामनगर की जनता ने काफी मेहनत की है तथा वहां की जनता ने जागरूकता के साथ अपने कदम आगे बढ़ाए हैं। रामनगर स्वच्छता के महत्व को समझ कर अपने नगर को स्वच्छ बनाने तथा रामनगर को नंबर 1 पर लाने के लिए वहां के लोगों ने कई प्रयास किए जो कि इस प्रकार हैं।- नगर में स्वच्छता को महत्व देकर पालिका ने सबसे पहले लोगों को जागरूक किया तथा क्षेत्र में प्रत्येक परिवार को 2 कूड़ेदान वितरित किए गए। जिसमें से एक जैविक कचरा और दूसरा अजैविक कचरा इकट्ठा करने के लिए प्रयोग में आते हैं।
पालिका ने घर- घर से कचरा उठाना शुरू कर दिया। यही नहीं बल्कि घरों से एकत्रित किया गया कचरा पालिका ने अपनी आय का स्रोत बनाया। बता दें कि पालिका द्वारा प्रत्येक दिन 18 क्विंटल जैविक और अजैविक कजरा उठाया जाता था जिसे पालिका हर महीने हल्द्वानी गौलापार रिसाइकिलिंग के लिए भेजती थी तथा इसी कचरे से उन्हें सालाना करीब एक लाख तक की आय होती थी। इसके अलावा रामनगर में स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक किया गया जिसके लिए दीवारों पर पेंटिंग बनाई गई और कई अभियानों के जरिए लोगों में जागरूकता फैलाई गई। रामनगर में महिलाओं द्वारा भी इसमें भूमिका निभाई गई है तब जाकर रामनगर ने स्वच्छता सर्वेक्षण में अपना विशिष्ट स्थान बनाया है।
