
देहरादून। उत्तराखंड राज्य में हुए अंकिता हत्याकांड का पर्दाफाश होने के बाद भाजपा नेता के बेटे पुलकित आर्य के रिजॉर्ट में बुलडोजर कार्यवाही की गई। बता दें कि बुलडोजर ने रात को रिजॉर्ट की खुदाई करना शुरू कर दिया और अभी तक यह बात किसी को नहीं पता कि बुलडोजर वहां आया क्यों था और किस मकसद से आया था। लोगों का कहना है कि बुलडोजर को एक सोची समझी साजिश के तहत भेजा गया। क्योंकि बुलडोजर ने वहां जाकर केवल अंकिता के कमरे को ही नुकसान पहुंचाया।
इस मामले में जिला अधिकारी द्वारा बयान जारी किए गए थे कि प्रशासन द्वारा ध्वस्तीकरण का कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। जिसके बाद खबर आती है कि तहसील प्रशासन द्वारा ध्वस्तीकरण कराने के निर्देश दिए गए थे। मगर ऐसा कुछ भी नहीं था बल्कि अब मामला लोनिवि के सहायक अभियंता सत्यप्रकाश और क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य आरती गौड़ पर आ गया है। सहायक अभियंता ने एक चैनल से पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि आरती गौड़ के कहने पर ही जेसीबी भेजी गई थी। इसके अलावा आरती ने लोनिवि के मुख्य अभियंता से बात की और उनसे सहायक अभियंता को झूठी शिकायत और झूठा आरोप लगाने पर कार्यवाही की मांग की।आरती का कहना है कि इस मामले में उनका कोई लेना देना नहीं है और ना ही रिजॉर्ट को ध्वस्त करने वाली जेसीबी से कुछ लेना-देना है।