
उत्तराखंड राज्य में स्थित प्रसिद्ध बद्रीनाथ धाम में वेद ऋचाओं का वाचन बंद हो चुका है और उसके बाद अब बद्रीनाथ के कपाट शीतकाल के लिए 17 नवंबर को बंद होंगे। 2 दिन यहां पर गुप्त मंत्रों से बद्रीनाथ की पूजा होगी। धाम में कपाट बंद होने की प्रक्रियाओं के तहत शुक्रवार को वेद ऋचाओं का वाचन बंद हो गया और अब 17 नवंबर को कपाट बंद कर दिए जाएंगे और 13 नवंबर से धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू की गई थी। पहले दिन बद्रीनाथ मंदिर परिसर में स्थित गणेश मंदिर के कपाट बंद हुए उसके बाद दूसरे दिन आदि केदारेश्वर और आदि गुरु शंकराचार्य मंदिर के कपाट विधि विधान से बंद किए गए इसके अलावा बीते शुक्रवार को वेद ऋचाओं का वाचन भी शीतकाल के लिए बंद कर दिया गया है तथा दो दिनों तक गुप्त मंत्रों से पूजा और अन्य सामान्य पूजा संचालित होगी।
