उत्तराखंड राज्य में इस बार बारिश और बर्फबारी बेहद ही कम देखने को मिली है। या फिर यह कहे कि ना के बराबर बर्फबारी हुई है। केवल चोटियों में ही हल्का हिमपात देखने को मिला और पौष की विदाई पर भी पहाड़ में दूर-दूर तक बर्फबारी के आसार नहीं दिख रहे हैं।
बता दें कि एक-दो दिन के अलावा पूरी सर्दी बिना वर्षा और बर्फबारी के गुजर गई है जिससे शीतकालीन पर्यटन पर प्रभाव पड़ रहा है और पर्यटन स्थल वीरान नजर आ रहे हैं इसलिए व्यवसायियों के चेहरे भी मायूस हैं। मौसम विभाग के अनुसार इस बार मानसून सीजन के बाद से ही पश्चिमी विक्षोभ कमजोर रहा और हिमालय क्षेत्र में वर्षा वाले बादल विकसित नहीं हो पाए जिससे मौसम सामान्य से अधिक शुष्क बना रहा । बर्फबारी ना होने के कारण पर्यटकों ने भी पहाड़ों का रुख अधिक मात्रा में नहीं किया। पिछले कुछ वर्षों में दिसंबर शुरू होते ही ऊंची हिमालयी क्षेत्र बर्फ की चादर से सफेद दिखाई देता था मगर इस बार दूर-दूर तक बर्फ नजर नहीं आ रही है जिससे पर्यटक भी पहाड़ों का रुख कम ही कर रहे हैं। शीतकाल में बेहद कम वर्षा और बर्फबारी हुई है और पक्षिमी विक्षोभ कमजोर हो रहा है।