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हरिद्वार| कुट्टू के आटे की पूड़ियां खाकर कई लोगों के बीमार होने की घटना पिछले साल देहरादून जिले के रायवाला में घटित हुई थी| अब हरिद्वार के श्यामपुर में इस तरह की घटना सामने आई है| ऐसे में सवाल यह उठता है कि कुट्टू के आटे की पहचान कैसे करें कि वह गुणवत्ता वाला है या सेवन के लिहाज से खराब हो चुका है| जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी पीसी जोशी के मुताबिक खुले आटे की अवधि 1 माह होती है| लिहाजा इससे अधिक पुराना आटा सेहत के लिए हानिकारक होता है| उन्होंने कहां की है कुट्टू का आटा नवरात्रि में उपयोग किया जाता है| लिहाजा व्यापारी बचे हुए स्टाक को वापस करने की बजाय बिक्री के लिए रख देते हैं| ऐसे में ग्राहकों को भी जागरूक होने की जरूरत है खुले आटे को जांच परख कर ही खरीदना चाहिए यह जरूर देखना चाहिए कि पैंकिट में पैकिंग की तिथि क्या डाली गई है| वही देहरादून के अधिकारी थी अब सचेत दिख रहे हैं और सेंपलिंग कराने की बात कह रहे हैं| जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी पीसी जोशी ने सभी अधिकारियों को सैंपलिग करने के निर्देश जारी कर दिए हैं|
इस प्रकार के आटे से करें परहेज -:
जिस आटे में गांठ दिखे उसे ना खरीदें| गांठ वाले आटे में फंगस होने की प्रबल आशंका रहती है|
यदि आटे में नमी दिखे और वह भुरभुरा ना हो तो उसे भी ना खरीदें|
यह भी देखा जाए कि आटे में कीड़े तो नहीं है क्योंकि कीड़ों के अंडे पकाने के बाद भी बने रहते हैं|
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