
देहरादून| अब प्रदेश में व्यवसायिक वाहनों के किराए एवं मालभाड़े की दर निर्धारित प्रतिशत पर हर साल बढ़ाने की तैयार है|
इसके लिए उप परिवहन आयुक्त राजीव मेहरा की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है, जो 1 माह के भीतर अपनी रिपोर्ट मुख्यालय को उपलब्ध कराएगी|
बताते चलें कि प्रदेश में व्यवसायिक वाहनों के किराया निर्धारण का फैसला राज्य परिवहन प्राधिकरण करता है| यह देखा गया है कि किराया बढ़ोतरी को लेकर एसटीए की बैठकों में प्रस्ताव नहीं आ पाता है| जिस कारण किराया बढ़ोतरी कभी 2 साल तो कभी 3 साल में एक बार होती है| लंबे समय बाद किराया निर्धारित होने के कारण इसमें 20 से 30% की बढ़ोतरी होती है| इस किराया बढ़ोतरी का सीधा बोझ जनता पर आता है| इसी कारण एसटीए कि जनवरी 2020 में हुई बैठक में हर वर्ष किराया बढ़ाने का निर्णय लिया गया लेकिन कोविड-19 के कारण हर साल किराया वृद्धि का फैसला लागू नहीं हो पाया| इसी वर्ष नवंबर में एसटीए की बैठक में नए सिरे से किराया व मालभाड़े का निर्धारण किया गया| जिसमें किराए और मालभाड़े में 20% से अधिक की वृद्धि की गई| साथ ही एसटीए ने यह निर्णय लिया कि एक ऐसा फार्मूला तैयार किया जाएगा जिससे हर साल अपने आप ही नहीं वित्तीय वर्ष में एक निर्धारित प्रतिशत में किराया वृद्धि लागू हो जाए| जिसके लिए परिवहन मुख्यालय ने 5 सदस्यीय समिति का गठन कर दिया है|
सचिव एसटीए एसके सिंह का कहना है कि हर साल किराया बढ़ाने से जनता की जेब पर एक साथ अधिक बोझ नहीं पड़ेगा| और व्यवसायिक वाहन संचालकों को नुकसान भी नहीं उठाना पड़ेगा|
