काम की तलाश में चंपावत से उत्तरकाशी पहुंचे 24 साल के पुष्कर को इतना भी मालूम नहीं था कि उसके दिल में छेद है।
बता दे कि उसका जीवन भविष्य में भी खतरे पर पड़ सकता था। उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल हादसे में फंसे पुष्कर को जब एम्स ऋषिकेश पहुंचाया गया तो वहां पर मेडिकल जांच के दौरान पुष्कर के दिल में छेद होने का पता चला जिसके बाद चिकित्सकों ने ओपन हार्ट सर्जरी करने का निर्णय लिया और एक सप्ताह पूर्व ही पुष्कर की सर्जरी कर दी गई है जो कि अब स्वस्थ हैं और उसे आज डिस्चार्ज भी कर दिया गया है। बता दें कि नवंबर माह में उत्तरकाशी के टनल हादसे में फंसे 41 श्रमिकों में चंपावत जिले का पुष्कर भी शामिल था जो कि काम की तलाश में यहां आया था और उसके बाद हादसे के दौरान सुरंग में फस गया। रेस्क्यू के बाद जब सभी श्रमिकों को एम्स ऋषिकेश पहुंचाया गया तो वहां उनकी सघन मेडिकल जांच हुई तब जाकर पता चला कि पुष्कर के दिल में छेद है तभी डॉक्टरो ने ओपन हार्ट सर्जरी करते हुए पुष्कर की जान बचा ली है। यदि पुष्कर एम्स अस्पताल नहीं पहुंचता तो शायद उसे कभी नहीं पता चलता कि उसके दिल में छेद है जो कि आगे जाकर उसके लिए घातक सिद्ध हो सकता था।