
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत द्वारा बीते बुधवार को तहसील का औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान उनके औचक निरीक्षण से कर्मचारियों में हड़कंप मच गया कमिश्नर को अचानक देख सभी की हवा निकल गई। दस्तावेजों के रखरखाव से लेकर बिना अधिकृत अधिकारी के हस्ताक्षर किए फाइलों को रखना और कार्य में लापरवाही तथा लंबे समय से विवादित मामलों के निस्तारण ना होने समेत इस दौरान अन्य मामले भी प्रकाश में आए। कुमाऊं कमिश्नर ने तहसीलदार समेत चार अधिकारियों एवं कर्मचारियों को फटकार लगाई तथा स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिए। बुधवार को कुमाऊं कमिश्नर ने कलेक्ट्रेट परिसर स्थित तहसील में औचक निरीक्षण किया उन्होंने तहसीलदार के बगल वाले कार्यालय का भी निरीक्षण किया जहां टेबल पर वर्ष 2020 और 21 की फाइलें अवस्थित देखी गई। रुद्रपुर में कुमाऊं कमिश्नर ने तहसील में सही ढंग से कार्य ना होने के कारण नाराजगी जताई है। इस दौरान उन्होंने अधिकारी और कर्मचारियों को फटकार लगाई तथा उनके निरीक्षण के दौरान 143 के लिए पहुंची फाइलों को संज्ञान में लेने पर गड़बड़ी भी सामने आई। इन फाइलों में ना हस्ताक्षर थे और ना ही फोटो स्पष्ट थी जिसके लिए कमिश्नर ने तहसीलदार समेत चार कर्मचारियों की क्लास ली।
