बीते 10 मार्च 2022 को उत्तराखंड में भी सभी राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों की तकदीर का फैसला हो चुका है। बता दें कि 2017 में हार का सामना करने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को इस बार वर्ष 2022 में फिर से लाल कुआं विधानसभा सीट से 14000 वोटों से हार का सामना करना पड़ा है। परिणाम आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना था कि वे इस हार को स्वीकार करते हैं उन्होंने कहा कि वे जनता का मन जीतने में कहीं ना कहीं चूक गए तथा उत्तराखंड की जनता का दिल जीतने में हमारी कोशिश नाकाम रही। साथ में उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें यकीन था इस बार जनता बदलाव के लिए वोट देगी मगर ऐसा नहीं हुआ हो सकता है हमारे प्रयासों में ही कुछ कमी रह गई हो इसलिए इस हार की जिम्मेदारी मै लेता हूं और अपनी हार स्वीकार करता हूं। अपना आश्चर्य प्रकट करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने यह भी कहा कि इतनी महंगाई के बाद भी जनता ने भाजपा को चुना है और अगर यह जनता का जनादेश है तो लोक कल्याण और सामाजिक न्याय की परिभाषा क्या होती। उन्होंने कहा कि जनता मुझे समझ नहीं पाई इसमें मेरी ही कोई कमी रह गई होगी। साथ में उन्होंने अपनी हार के दुख के साथ-साथ अपनी बेटी की जीत तथा कांग्रेस के अन्य उम्मीदवारों की जीत के लिए उन्हें शुभकामनाएं दी।
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