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उत्तराखंड राज्य में बीते कई दिनों से मौसम ने करवट बदल ली है और ऐसे में लगातार ओलावृष्टि हो रही है। धर्मनगरी हरिद्वार और इसके आसपास के क्षेत्रों में मौसम का मिजाज बदलने से हवाएं वापस लौट आई है और पूरे दिन सर्द हवा मुश्किलें बढ़ा रही हैं। लोग ठंड से राहत पाने के लिए गर्म कपड़े पहन रहे हैं तथा वर्षा और तेज हवा से गेहूं तथा सरसों की फसलों को नुकसान पहुंचा है। 17 और 18 मार्च को वर्षा तथा तेज हवा से किसानों के खेतों में खड़ी गेहूं और सरसों की फसल बिछ गई। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार 15 से 20% फसलों को नुकसान पहुंचा है और 31एमएम वर्षा से निचले इलाकों में जलभराव के कारण लोगों को दिक्कतें उठानी पड़ रही है । 20 मार्च को हुई बारिश ने फिर से लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी। खेतों में खड़ी सरसों और गेहूं की फसल बिछ गई जिससे सरसों तथा गेहूं का दाना खराब होने का अंदेशा जताया जा रहा है। ओलावृष्टि की आशंका को लेकर किसानों की नींद उड़ी है और 23 मार्च तक राज्य में मौसम विभाग द्वारा वर्षा और ओलावृष्टि की आशंका जताई गई है। मौसम बदलने और ओलावृष्टि के कारण किसानों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, उनकी फसलें खराब हो रही है जो कि काफी चिंता का विषय है।
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