![](https://kurmanchalakhbar.com/wp-content/uploads/2024/02/IMG-20241108-WA0064.jpg)
उत्तराखंड राज्य में सरकार द्वारा शुरू की गई टेलीमेडिसिन सेवाओं से स्वास्थ्य सेवाओं को गति मिलने में काफी मदद मिल रही है। बता दें कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को नए साल में गति मिलने की उम्मीद जताई जा रही हैं और 400 पीएचसी व सीएचसी के मरीजों को मेडिकल कॉलेजों से जोड़ा जा रहा है। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर पीएचसी व सीएचसी में आने वाले मरीजों की मेडिकल हिस्ट्री देखेंगे और उसके बाद ऑनलाइन उपचार उपलब्ध करने में सहायता देंगे। बता दें कि टेलीमेडिसिन कार्यक्रम राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और उत्तराखंड स्वास्थ्य विकास योजना के संयुक्त तत्वाधान में संचालित हो रहा है। वर्तमान समय में पीएचसी व सीएचसी में चिकित्सकों की कमी के कारण दूरदराज के मरीजों को उपचार के लिए मैदानी जिलों के अस्पतालों में आना पड़ता है और ऐसे में अब टेलीमेडिसिन सेवा इन मरीजों को स्थानीय पीएचसी व सीएचसी के जरिए ऑनलाइन उपचार प्रदान करेगी। इस सेवा को लोगों तक पहुंचाने के लिए कनेक्टिविटी और सभी प्रकार के अवसंरचनात्मक प्रयासों को मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं। बता दे कि टेलीमेडिसिन सेवा के जरिए उपचार कराने वाले मरीजों को आशा कार्यकर्ता के माध्यम से भी दवाइयां वितरित की जाएंगी। इसके अलावा अब जो भी दूरदराज की पर्वतीय क्षेत्र की महिलाएं मैदानी क्षेत्रों के अस्पतालों में प्रसव के लिए आती हैं उन्हें जन्म प्रतीक्षा ग्रह में निशुल्क ठहरने की सुविधा मिलेगी तथा इसकी शुरुआत देहरादून और हरिद्वार जिले से की जा रही है। इसके अलावा राज्य में ब्लड स्टोरेज यूनिट खोलने के प्रयास भी किए जा रहे हैं।
![](https://kurmanchalakhbar.com/wp-content/uploads/2024/02/IMG-20241108-WA0065.jpg)