उत्तराखंड राज्य में लगातार अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है। बता दे कि उत्तरकाशी में भी अतिक्रमण काफी अधिक बढ़ रहा है। उत्तराखंड जल विद्युत निगम को अपने स्वामित्व वाली भूमि को अतिक्रमण से बचाने की फिक्र नहीं है जहां भी सरकारी भूमि खाली है वहां पर अतिक्रमण की बाढ़ देखने को मिल रही है।
शहर के गोफियारा, इंदिरा कॉलोनी, जोशियाडा आदि क्षेत्रों में अतिक्रमण व्याप्त है और अतिक्रमण इस हद तक हो रहा है कि वहां पर अब पक्के मकान भी बन चुके हैं जो कि सिस्टम को कुछ भी नहीं समझ रहे हैं। अतिक्रमण करने वाले रसूखदार हैं, कई रसूखदार ऐसे हैं जिन्होंने 15 नाली से अधिक भूमि पर अतिक्रमण किया हुआ है और सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों की परवाह भी इन्हें नहीं है। उत्तरकाशी जिले में सीएम के निर्देश पर अतिक्रमणकारियो के विरुद्ध कोई प्रभावी कार्यवाही भी नहीं हो रही है। न सिर्फ उत्तरकाशी बल्कि राज्य के कई अन्य ऐसे जिले हैं जहां अतिक्रमण काफी अधिक मात्रा में हो सकता है और सरकार द्वारा दिए गए आदेशों के बाद भी प्रशासन कुछ खास कार्यवाही नहीं कर रहा है। उत्तरकाशी में गोपियाड़ा में राज्य सरकार के स्वामित्व वाली भूमि पर अवैध रूप से अतिक्रमण करते हुए भवन निर्माण किया गया है इसकी रिपोर्ट वर्ष 2022 में जिलाधिकारी कार्यालय में भेजी गई थी लेकिन अभी तक इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं दिखाई दे रही है इससे साफ जाहिर होता है कि उत्तराखंड राज्य में अतिक्रमण सरकार के आदेशों के बाद भी रुक नहीं रहा है और सरकारी भूमि पर लगातार रसूखदार कब्जा कर रहे हैं।