देहरादून| पांचवीं विधानसभा के चुनाव के लिए दोनों ही प्रमुख दलों भाजपा व कांग्रेस ने अपने-अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है| प्रत्याशियों में आधी आबादी को महत्व दिए जाने के दृष्टिकोण से देखें तो कांग्रेस में ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ नारे की छाप कम दिखी है| कॉन्ग्रेस केवल 4 महिलाओं को ही मैदान में उतार पाई है| जबकि भाजपा ने महिलाओं को अधिक सम्मान देते हुए 8 महिलाओं को प्रत्याशी बनाया है|
चुनाव से पहले दोनों ही दलों ने महिलाओं को अधिक प्रतिनिधित्व देने की बात कही थी| कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने तो मातृशक्ति को आगे बढ़ाने के मद्देनजर ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ का नारा दिया था| जिससे यह माना जा रहा था कि कांग्रेस उत्तराखंड में अधिक से अधिक महिलाओं को टिकट देगी| लेकिन वह केवल 4 महिलाओं को ही टिकट दे पाए| पहले दो महिलाओं को प्रत्याशी घोषित किया लेकिन बाद में बड़े नेताओं को महत्व देते हुए यह निर्णय वापस ले लिया गया| दूसरी तरफ भाजपा की बात करें तो भाजपा ने महिलाओं को टिकट देने के वादे को काफी हद तक निभाया है| 8 महिलाओं को विभिन्न सीटों से प्रत्याशी बनाया है|
-भाजपा ने निम्न महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है-:
सोमेश्वर से रेखा आर्य
कोटद्वार से श्रतु खंडूरी
केदारनाथ से शैलारानी रावत
देहरादून कैंट से सविता कपूर
खानपुर से कुंवरानी देवयानी
यम्केश्वर से रेणु बिष्ट
पिथौरागढ़ से चंद्रा पंत
नैनीताल से सरिता आर्य
- कांग्रेस ने निम्न महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा-:
भगवानपुर से ममता राकेश
हरिद्वार ग्रामीण से अनुपमा रावत
रुद्रपुर से मीना शर्मा
लैंसडौन से अनुकृति गुसाईं रावत|