उत्तराखंड -: बढ़ती महंगाई के चलते अब लोगों का इलाज करना भी होगा महंगा, लेकिन यहां महंगा नहीं होगा इलाज

बढ़ती महंगाई के चलते अब लोगों का इलाज कराना भी होगा महंगा| महंगाई कम होने का कहीं से कहीं तक कोई खबर सुनने को नहीं मिल रही है| हर तरफ महंगाई की मार पड़ी हुई है पेट्रोल-डीजल, रिचार्ज हो या फिर खाद्य सामग्री हर चीजों में महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है|

इसी बीच एक और खबर सामने आ रही है कि अब सरकारी अस्पतालों में नए साल से इलाज महंगा हो जाएगा| पंजीकरण से लेकर भर्ती शुल्क और तमाम जांच के लिए मरीज को 10% अधिक दाम चुकाने पड़ेंगे| अभी तक सरकारी अस्पतालों में ओपीडी पर्चा ₹28 में बनता है| जिसके लिए मरीज को नए साल से ₹31 चुकाने होंगे| इसके अलावा और भी कई जांचों के शुल्क में भी वृद्धि होगी|


बता दें कि प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में पूर्व के एक शासनादेश के तहत यूजर चार्ज में हर साल 10 फीसद बढ़ोतरी की जाती है| यह बड़ा शुल्क एक जनवरी से लागू होने वाला है|
आइए जानते हैं कितनी होगी शुल्क में बढ़ोतरी- भर्ती शुल्क 144-158, जनरल वार्ड – 57-63, प्राइवेट वार्ड – 144-158, पक्का प्लास्टर – 855-940, कच्चा प्लास्टर – 287-315, अल्ट्रासाउंड – 570-627, एक्स-रे (चेस्ट) – 200-220, सीटी ब्रेन – 2035-2238, सिटी अन्य – 3109-3420 रुपये तक की वृद्धि होगी|


सरकारी अस्पतालों में इलाज महंगा हो जाने का असर मरीज व तीमारदारों पर कितना पड़ेगा, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा| लेकिन आशंका है कि दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल पर बोझ जरूर बढ़ेगा| दरअसल 2015 में दून अस्पताल को मेडिकल कॉलेज के टीचिंग अस्पताल में तब्दील कर दिया गया था| तब से लेकर अब तक यहां चिकित्सा दरें यथावत है| इससे दूर अस्पताल व अन्य चिकित्सालयों के बीच शुल्क की खाई पैदा होती रही है और आज भी होगी|


दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्राचार्य डॉ आशुतोष सयाना का कहना है कि, सरकारी अस्पतालों में इलाज महंगा होने जा रहा है| इसका असर दून अस्पताल में निश्चित रूप से दिखेगा| जिसकी वजह से अस्पताल में मरीजों की संख्या में वृद्धि होगी और अस्पताल पर और अधिक जिम्मेदारियां बनेगी|