देहरादून – उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच 21 सालों से चले आ रहे परिसंपत्ति विवाद को कल दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में सुलझाया गया| परिसंपत्ति विवाद के लंबे समय तक चलने के कारण विपक्ष भी सरकार पर लगातार तंज कश्ता रहता हैं| दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच हुई बैठक के बाद उत्तराखंड कॉन्ग्रेस और आम आदमी पार्टी ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा| पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा की उनके समय में केवल प्रदेशों में कांग्रेस की सरकार थी| सिंगल इंजन के बावजूद भी हमने परिसंपत्तियों के मामलो को निपटाया| लेकिन आज केंद्र में भाजपा, उत्तर प्रदेश में भाजपा, उत्तराखंड में भाजपा की सरकार होने के बावजूद भी परिसंपत्तियों के मामले नहीं निपटा जा सके| स्थिति जस की तस बनी हुई है| लेकिन जब कांग्रेस की तीनों जगह अलग-अलग सरकारें थी तब हमने नेहरों का मामला निपटाया, कुछ जलाशयों का भी मामला निपटाया साथी रोडवेज की परिसंपत्तियों का मामला भी कुछ हद तक निपटाया| पर लंबे समय से ट्रिपल इंजन होने के बावजूद भी इस मामले पर किसी ने विचार नहीं किया|
परिसंपत्ति विवाद में आम आदमी पार्टी के नेता कर्नल अजय कोठियाल ने पलटवार करते हुए कहा परिसंपत्ति के बंटवारे पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कोरी बयानबाजी करने के बजाए श्वेत पत्र जारी कर प्रदेश के लोगों को सच बताएं| कोठिया ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव 2022 में 100 दिन का समय ही बचा है| भाजपा सरकार परिसंपत्ति विवाद के बीच कोरी बयानबाजी करके लोगों को गुमराह कर रही है|उत्तराखंड के लोगों के मन में यह सवाल है कि 21 वर्ष बाद भी 20 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा की परिसंपत्ति हमें क्यों नहीं मिल पाई है| राज्य गठन के बाद भी हमारे संसाधन, जमीन, परिसंपत्तियों पर उत्तर प्रदेश का अधिकार क्यों है| 21 वर्ष पहले जब उत्तराखंड और मध्य प्रदेश का विभाजन हुआ था उस वक्त भी केंद्र के साथ यूपी और उत्तराखंड में भाजपा की सरकार थी| आज की स्थिति वही है| इसके बावजूद हर साल औसतन एक बैठक होती है| जिस पर लाखों खर्च करने के बावजूद भी नतीजा शून्य निकलता है| अब जब चुनाव में 100 दिन बच्चे हैं तब मुख्यमंत्री धामी जनता से झूठ बोलकर कोरी बयानबाजी कर रहे हैं| कोठियाल ने मुख्यमंत्री धामी को चुनौती देते हुए कहा कि इस पर श्वेत पत्र जारी करके प्रदेश के लोगों के सामने सच लाएं|