Uttarakhand- सीएम ने पुलिस अधिकारियों को प्रदान किया मुख्यमंत्री सराहनीय सेवा पदक….. करी यह 13 घोषणाएं

देहरादून। आज दिनांक 15 अगस्त 2023 को 77 वे स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परेड ग्राउंड में राज्य के मुख्य कार्यक्रम में ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर उनके द्वारा स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को सम्मानित किया गया और फोटो प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री सराहनीय सेवा पदक से 5 पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा कुछ घोषणाएं भी की गई जो किस प्रकार थी। पहली घोषणा में उन्होंने कहा कि आमजन को वर्ष भर भवन निर्माण सामग्री ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से मिल सके इसलिए ‘खनिज प्रसंस्करण पोर्टल’ बनाया जाएगा जिससे ऑनलाइन घर तक आमजन को निर्माण सामग्री मिल पाएगी और इसमें सस्ते खनिज पदार्थ भी आसानी से उपलब्ध हो पाएंगे। दूसरी घोषणा के अनुसार दुर्गम क्षेत्रों में गर्भवती माताओ और बहनों की सुरक्षा के लिए ‘मुख्यमंत्री जच्चा बच्चा सुरक्षा योजना’ प्रारंभ की जाएगी और इसमें गर्भवती माताओ तथा बहनों को एयरलिफ्ट करने की व्यवस्था के लिए तंत्र विकसित किया जाएगा। तीसरी घोषणा के अनुसार राजकीय विद्यालयों में कक्षा 1 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए हिंदी तथा अंग्रेजी दोनों माध्यमों में निशुल्क पुस्तक उपलब्ध कराई जाएगी। चौथा अग्नि वीर योजना के विरोध प्रदर्शन में शामिल युवाओं पर लगे मुकदमे वापस लिए जाएंगे जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। पांचवी घोषणा के अनुसार राज्य के प्रमुख चौराहों और सड़कों का नामकरण राज्य के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, शहीदों, साहित्यकारों और महान विभूतियों के नाम पर किया जाएगा। छठी घोषणा में उन्होंने कहा कि जो महिलाएं निराश्रित, विधवा हैं उनके लिए ‘मुख्यमंत्री एकल महिला स्वरोजगार योजना’ प्रारंभ की जाएगी। सातवी घोषणा पर्वतीय क्षेत्रों के नगरों को विकसित करने के उद्देश्य से की गई और आठवीं योजना में मजदूर वर्ग के बच्चों के लिए उचित शिक्षा एवं संतुलित पोषण सुनिश्चित करने हेतु मोबाइल स्कूल और मोबाइल आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या में वृद्धि करने की बात उन्होंने कही है। नवी घोषणा के अनुसार विकास नगर क्षेत्र में यमुना किनारे स्थित प्राचीन नगर हरिपुर को उसका ऐतिहासिक और पौराणिक स्वरूप दिलाने के लिए विस्तृत योजना तैयार की जाएगी। दसवीं घोषणा में प्रदेश के जनजातीय संस्कृति के संवर्धन हेतु घोषणा की गई। इसके अलावा 11वीं घोषणा में उन्होंने कहा कि सीमांत गांव के जनजातीय इलाकों में एकलव्य स्कूलों की संख्या में बढ़ोतरी के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध किया जाएगा और बारहवीं घोषणा के अनुसार एक से अधिक प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हुए प्रतियोगियों के कारण रिक्त हुए पदों पर प्रतीक्षा सूची के आधार पर नियुक्ति की जाएगी। अंतिम 13वी घोषणा के अनुसार प्रदेश में कुटीर उद्योगों तथा स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए और उनके उत्पादों की बिक्री के लिए यूनिट मॉल की स्थापना की जाएगी।