उत्तराखंड राज्य में चार धाम यात्रा के दौरान कई श्रद्धालुओं ने अपनी जान गवा दी है। बता दे कि चार धाम यात्रा के दौरान 52 श्रद्धालुओं की अब तक मौत हो चुकी है और हार्ट अटैक के मामले सामने आने से काफी चिन्ता भी बढ़ चुकी है।
राज्य में अब तक बद्रीनाथ में 14, केदारनाथ में 23 ,गंगोत्री में तीन और यमुनोत्री में 12 श्रद्धालुओं की जान गई है। सबसे अधिक मौतें केदारनाथ से सामने आई हैं और बीते 10 वर्षों के दौरान केदारनाथ यात्रा के चलते 350 यात्रियों ने अपनी जान गवाई है जिसका सबसे बड़ा कारण सीने में दर्द, बेचैनी और दिल का दौरा पड़ना है। बीते गुरुवार को एक श्रद्धालु की मौत हृदय गति रुकने से हो गई परिजनों ने विष्णु प्रयाग में ही अंतिम संस्कार कराया और अब तक बद्रीनाथ में 8 श्रद्धालुओं की मौत हृदय गति रुकने से हो चुकी हैं। चार धाम यात्रा के दौरान चढ़ाई चढ़ते वक्त श्रद्धालुओं की सांस फूलने लगती है और शारीरिक रूप से कमजोर श्रद्धालु मौत का ग्रास भी बनते हैं। कभी-कभी फिसलन के कारण भी श्रद्धालुओं को मौत का शिकार बनना पड़ता है। बता दे कि इस बार हृदय गति रुकने के कारण अधिक मौतों के मामले सामने आए हैं।