उत्तराखंड राज्य में हुए दरोगा भर्ती घोटाले के आरोपितों पर विजिलेंस अपना शिकंजा कसते जा रहा है। बता दें कि जेल में बंद गैंगस्टर हाकम सिंह, चंदन सिंह मनराल, सादिक मूसा और केंद्रपाल को एक बार फिर विजिलेंस पूछताछ के लिए रिमांड में लेने की तैयारी कर रही है। पूछताछ शुरू होने के बाद कथित दरोगाओं के नाम भी सामने आ जाएंगे। विजिलेंस का कहना है कि बीते शनिवार को 12 लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है और अब आरोपितों तक पहुंचना मुश्किल नहीं है। विजिलेंस ने दावा किया है कि उनके पास ओएमआर शीट है तथा इसके अलावा कुछ अन्य सबूत भी है। अब आरोपितों तक जल्द ही पहुंचा जा सकता है। बता दें कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद जमानत पर रिहा हुए कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर के पूर्व असिस्टेंट प्रोफेसर दिनेश चंद्र जोशी और पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय के डीन नरेंद्र सिंह जादौन को विजिलेंस गिरफ्तार कर सकती है। क्योंकि इन दोनों आरोपितों पर नजर रखी जा रही है।
विजिलेंस गैंगस्टर हाकम सिंह, चंदन सिंह मनराल, सादिक मूसा और केंद्र पाल जो कि वीपीडीओ पेपर लीक मामले में जेल में बंद हैं उन्हें पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। इन्हें रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में जल्द ही आवेदन किया जा सकता है जिसके बाद अगली कार्यवाही होगी।इसके अलावा विजिलेंस दरोगा भर्ती के लिए अधिकृत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर के कर्मचारियों से भी पूछताछ करेगी। विजिलेंस पहले भी विश्वविद्यालय के कई दस्तावेज अपने कब्जे में ले चुकी है और इस घोटाले में कई कर्मचारियों के नाम सामने आ सकते हैं।