उत्तराखंड राज्य में कई ऐसे कम आबादी वाले छोटे नगर हैं जो कि गंदे पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। और इन नगरों को गंदे पानी से मुक्ति हेतु स्वच्छ भारत मिशन -2 एक बड़ी सौगात लेकर आने वाला है। बता दें कि राज्य के जो भी शहर एक लाख से कम आबादी वाले हैं उन्हें भी इस मिशन का लाभ मिलेगा और इस मिशन के अंतर्गत 57 नगरों में वेस्ट वाटर मैनेजमेंट के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट भी तैयार की जा रही है। तथा जैसे ही केंद्र से इस संबंध में स्वीकृति मिलती है इस पर नगरों में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, सीवर लाइन और नालों की टैंपिंग से संबंधित कार्य करने शुरू किए जाएंगे। इस मिशन के तहत केंद्र सरकार ने नगरों में वेस्ट वाटर मैनेजमेंट की ओर अधिक ध्यान केंद्रित करते हुए छोटे नगरों को इसमें शामिल किया है। ताकि छोटे नगर भी इस मिशन का लाभ उठा सकें इस संबंध में केंद्र ने राज्यों को गाइडलाइन भी भेजी हैं। बता दें कि राज्य में भी इस मिशन के लिए काफी तैयारियां चल रही है तथा इस मिशन के लिए शहरी विकास विभाग द्वारा 57 नगर चिन्हित किए गए हैं।बता दे कि छोटे नगरों में इस कार्य को करने के लिए केंद्र से 203 करोड़ की धनराशि मिलने वाली है। और इस कार्य में अगर इससे ज्यादा धनराशि लगी तो उसका वहन राज्य सरकार को करना होगा।
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