
हल्द्वानी| पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने शशिकांत शातिर को गिरफ्तार कर लिया है| उसने एक छात्र को पास कराने के 15 लाख रुपए लिए थे| उसने पहली पाली का गलत प्रश्न पत्र पढ़ा दिया था| इसके चलते सभी छात्र फेल हो गए थे| दूसरी पाली का प्रश्न पत्र सही निकला और 13 छात्र पास हो गए| इन छात्रों से उसने एक करोड़ 90 लाख रुपए कमाए|
शशिकांत 2013 में सीईटीटी परीक्षा में नकल कराने का आरोपी है| उसके विरुद्ध हल्द्वानी में मुकदमा दर्ज है|
एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि, यूकेएसएसएससी की पहली परीक्षा 4 सितंबर 2021 को होनी थी| शशिकांत ने कई छात्रों को यह पेपर पढ़ाया| यह पेपर कहां पढ़ाया गया इसकी तस्दीक की जा रही है| यूकेएसएसएससी की दूसरी परीक्षा 5 दिसंबर 2021 को दो पारियों में होनी थी| शशिकांत 60 छात्रों को धानाचूली के डिंगता रिसोर्ट में ले गया| जहां सुबह की पाली में पढ़ाया गया पेपर गलत निकला| इसमें सभी छात्र फेल हो गए थे| दूसरी पाली में 13 छात्रों को पेपर पढ़ाया| यह पेपर सही निकला| सभी छात्रों के पास होते ही उसने 15 लाख के हिसाब से रुपये लिए|
उत्तर प्रदेश के चंदौली में रहने वाला शशिकांत लंबे समय से हल्द्वानी में रहता है| वह कई बार खुद को कुमाऊं का नेगी भी बताता था| स्कूल व्यवसाय से जुड़ा है और कंप्यूटर सेंटर भी संचालित करता है|
एसटीएफ के अनुसार वह 40 से अधिक ऑनलाइन पर परीक्षाएं करा चुका है|
परीक्षा में फेल हुए छात्रों को शशिकांत ने नाराज नहीं होने दिया| बात लीक होती तो मामले का भंडाफोड़ हो जाता इसलिए उसने होशियारी से काम लेते हुए सभी को एडवांस समय से लौटा दिया| एक छात्र से एडवांस के तौर पर एक लाख तक जमा कराए जाते थे|
बताते चलें, पैसे नहीं मिलने तक शशिकांत छात्रों के दस्तावेजों को गिरवी के तौर पर अपने पास जमा कर लेता था जिसमें हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का अंकपत्र व प्रमाण पत्र होते थे| ताकि अन्य काम रुक जाए| परीक्षा पास करने पर रुपये मिलते ही उन्हें दस्तावेज लौटा दिए जाते थे|
