माउंट एवरेस्ट पर सफल आरोहण करने वाले पिथौरागढ़ के युवा पर्वतारोही मनीष कसलियाल ने उत्तराखंड सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा है कि अन्य पर्वतारोहियों की तरह उन्हें भी राज्य सरकार की ओर से सुविधा व आर्थिक मदद दी जाए|
बुधवार को पत्रकार वार्ता के दौरान मनीष कसनियाल ने कहा कि इंडियन एवरेस्ट मैसिफ़ अभियान में राष्ट्रीय चयन प्रक्रिया में शामिल होने के बाद उन्होंने भारतीय दल का नेतृत्व कर एक जुलाई 2021 को एवरेस्ट का सफल आरोहण किया| कॉलेज में पढ़ाई के दौरान सफल पर्वतारोहण पर रेड क्रॉस भारत में उन्हें अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया| लेकिन राज्य सरकार की ओर से उन्हें अभी तक अन्य पर्वतारोहियों की तरह किसी भी रूप से प्रोत्साहन व मदद नहीं मिली है|
दावा करते हुए कहा कि वर्ष 1993 के बाद राष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड के कुछ पर्वतारोहियों ने ही एवरेस्ट फतह किया| इसके बाद उन्हें उपलब्धि हासिल करने का मौका मिला है| आगे उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को उत्तराखंड के खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए|