
देश में मिले पहले मंकीपाक्स मरीज को अस्पताल से डिस्चार्ज मिल गया है| अब वह पूरी तरह ठीक है| इसका इलाज 17 दिनों तक चला था| मंकीपाक्स का पहला मामला केरल से सामने आया था| केरल का रहने वाला यह व्यक्ति 12 जुलाई को संयुक्त अरब अमीरात से वापस लौटा था और 2 दिन बाद मंकीपॉक्स वायरस से संक्रमित हो गया| वायरल के लक्षण दिखाई देने पर इसे कोल्लम अस्पताल ले जाया गया| वहां से फिर तिरुअनंतपुरम मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया| केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि देश के सबसे पहले मंकीपॉक्स मरीज को 30 जुलाई को छुट्टी मिल गई थी| कोल्लम से लौटे 35 वर्षीय पुरुष का इलाज 17 दिनों में तिरुअनंतपुरम मेडिकल कॉलेज में हुआ| अब वह स्थिर है| उसके प्राथमिक संपर्कों ने भी नकारात्मक परीक्षण किया है| पूरी उपचार प्रोटोकॉल की योजना नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी पुणे द्वारा बनाई गई थी| अब तक सभी नमूनों का दो बार नकारात्मक परीक्षण किया गया| अब मरीज पूरी तरह ठीक है| इसके अलावा मंकीपाक्स के दो अन्य मामले भी मिडिल ईस्ट में पाए गए हैं| मरीजों की हालत स्थिर है| वे तेजी से ठीक हो रहे हैं|
ये है मंकीपॉक्स के लक्षण -:
बार-बार तेज बुखार आना, पीठ और मांसपेशियों में दर्द होना, सुस्ती आना, खुजली की समस्या होना, पीठ और मांसपेशियों में दर्द होना, त्वचा पर दाने और चकत्ते पड़ना, गला खराब होना और बार बार खांसी आना|
