शीतकाल के लिए बंद हुए द्वितीय केदार मद्महेश्वर मंदिर के कपाट

आज बुधवार को द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर मंदिर के कपाट सुबह 8:00 बजे शुभ लग्न पर विशेष पूजा-अर्चना के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं|
बीकेटीसी व हक-हकूकधारियों ने मंदिर के कपाट बंद होने की सभी तैयारियां पूरी की| मंदिर को 5 कुंतल फूलों से सजाया गया है|


कपाट बंद होते ही द्वितीय केदारनाथ मद्महेश्वर चल उत्सव डोली में विराजमान होकर मंदिर की परिक्रमा और अपनी ताम्र पात्रों के निरीक्षण करते हुए शीतकालीन गद्य स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए प्रस्थान किया| इसके बाद वह पहले रात्रि प्रवास पर गौंडार गांव पहुंचेंगे| जहां पर ग्रामीणों द्वारा अपनी आराध्य का सामूहिक अर्ध्य लगाया जाएगा| 23 नवंबर को डोली रांसी गांव पहुंचेगी, जबकि 25 को शीतकालीन गद्दीस्थल में विराजमान होगी|