देश में फिर बढ़ेंगे गन्ने के दाम…….. चीनी की कीमतों में भी होगी बढ़ोतरी

नई दिल्ली। भारत में एक बार फिर से एसएपी वाले राज्यों में गन्ने के दाम में वृद्धि हो सकती है और इसे लेकर चीनी उद्योग की चिंताएं भी बढ़ गई हैं जिसके बाद शुगर इंडस्ट्री ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि चीनी का न्यूनतम विक्रय मूल्य बढ़ाया जाए। बता दें कि गन्ने के दाम बढ़ने से इसका सबसे अधिक फायदा उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु के गन्ना किसानों को होगा। पिछले 4 वर्षों में केंद्र सरकार द्वारा गन्ने के उचित एवं लाभकारी मूल्य में बढ़ोतरी की गई है और अब यदि गन्ने के मूल्य बढ़ते हैं तो इसका असर चीनी और एथनाल से जुड़े हुए उद्योग धंधों पर पड़ेगा। बता दें कि उत्तर प्रदेश के किसान गन्ने में एसएपी बढ़ाकर₹450 प्रति क्विंटल गन्ने की मांग कर चुके हैं मगर सरकार द्वारा चीनी उद्योग और गन्ना किसानों के बीच समन्वय बनाते हुए एसएपी को 370 से 375 रुपए किया जा सकता है। इस मामले में उत्तर प्रदेश के गन्ना विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी द्वारा बताया गया है कि सर्वाधिक मूल्य राज्य में गन्ना किसानों को जाता है और केंद्र सरकार ने भी अपनी एफआरपी में ₹15 की वृद्धि की है जिसके बाद अब किसानों के हित में फैसला लेने हेतु आगामी सोमवार को लखनऊ में आला अफसरों की बैठक की जाएगी जिसके बाद सभी के विचार सुनने पर ही उचित मूल्यों की घोषणा की जाएगी।