
श्रीलंका। वर्तमान समय में श्रीलंका काफी गहरे आर्थिक संकट से गुजर रहा है श्रीलंका के सामने आर्थिक संकट के साथ-साथ कई अन्य नई चुनौतियां भी खड़ी हो चुकी हैं यहां पर जिन महिलाओं ने अपनी नौकरी गंवा दी है वह तीन वक्त की रोटी कमाने के लिए देह व्यापार कर रही हैं। बता दे कि देश के 22 मिलियन लोग ऐसे हैं जिन्हें जीवन यापन करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही हैं वहां पर लोगों को तीन वक्त की रोटी का जुगाड़ करना भी काफी मुश्किल हो रहा है और देश के सारे परिवार हाशिए पर चले गए हैं। जीवन में आवश्यक अन्य सामग्री तो छोड़ो लोगों को तीन वक्त का भोजन कमाने के लिए भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और इस आर्थिक संकट के चलते श्रीलंका में अस्थाई वैशयालयो की संख्या काफी तेजी से बढ़ गई है स्टैंड- अप मूवमेंट लंका के अनुसार पिछले कुछ महीनों में देश के अंदर वेश्यावृत्ति में 3 फ़ीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है महिलाएं आजीविका चलाने के लिए सेक्स वर्कर्स बनने को मजबूर हुई हैं। यही नहीं बल्कि स्पा और वैलनेस सेंटर की आड़ में भी वेश्यावृत्ति कराई जा रही हैं और इनमें से अधिकतर महिलाओं का यह कहना है कि वह अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए यह सब कर रही हैं। इस आर्थिक संकट का सबसे गहरा असर टैक्सटाइल इंडस्ट्री की महिलाओं पर पड़ा है यहां पर कपड़ा उद्योग में काम करने वाली महिलाओं को आर्थिक संकट के कारण काम से निकाल दिया गया जिसके बाद वह सेक्स वर्क का सहारा ले रही हैं और जो भी महिलाएं वर्तमान समय में देह व्यापार को मजबूर हुई हैं उनमें से सबसे अधिक महिलाएं टैक्सटाइल इंडस्ट्री से हैं। इस दौरान 21 वर्षीय रेहाना (बदला हुआ नाम) ने बताया कि उन्हें पिछले साल दिसंबर में कपड़ा कारखाने से निकाल दिया जिसके बाद उन्होंने एक दूसरी नौकरी ढूंढ ली मगर वहां पर उन्हें रेगुलर काम नहीं मिलता था और उनके परिवार के पालन पोषण में उन्हें काफी समस्याएं आती थी इसलिए उन्होंने परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए यह काम अपनाया।
