धर्म संसद में मुसलमानों के खिलाफ दिए गए भाषण……. वीडियो सामने आने पर संसद में मौजूद सदस्यों के खिलाफ कार्यवाही की मांग

बीते दिनों 17 से 19 दिसंबर के बीच हरिद्वार में धर्म संसद का आयोजन किया गया था। जिसमें हिंदू रक्षा सेना के अध्यक्ष स्वामी प्रमोदानंद गिरी, स्वामी आनंदस्वरूप, साध्वी अन्नपूर्णा आदि शामिल रहे। कथित तौर पर इस आयोजित धर्म संसद में वक्ताओं ने मुसलमानों के खिलाफ भाषण दिए तथा मुसलमानों के नरसंहार की बातें की जिसके कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं इससे कई वाद- विवाद खड़े हो गए हैं।

तथा धर्म संसद में मुसलमानों के खिलाफ दिए गए भाषण के संबंध में आरटीआई कार्यकर्ता और तृणमूल कांग्रेस साकेत गोखले ने ट्वीट किया है कि उन्होंने इस बात की शिकायत ज्वालापुर पुलिस स्टेशन में दर्ज कर दी है। और यदि 24 घंटे के अंतर्गत इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं होती तो वे दंडाधिकारी के समक्ष वाद करेंगे। उनका कहना है कि 24 घंटे के अंतर्गत ही धर्म संसद के आयोजकों और वक्ताओं के खिलाफ कार्यवाही की जाए। जानकारी के मुताबिक पता चला है कि इस संसद के आखिरी दिन वहां पर बीजेपी नेता अश्विनी उपाध्याय भी मौजूद रहे। धर्म संसद में मुसलमानों के खिलाफ दिए गए नफरत भरे भाषण यूट्यूब में अभी भी मौजूद है तथा उनमें से कुछ भाषणों को लाइव भी दिखाया गया था।

इन भाषणों के संबंध में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ शमा मोहम्मद का कहना है, कि मुनव्वर फारुकी को उस गलती की सजा मिली जो उसने की भी नहीं थी लेकिन धर्म संसद में जिन लोगों ने खुलेआम मुसलमानों के नरसंहार के बाद की है अभी तक उनके खिलाफ क्यों कोई कार्यवाही नहीं की गई। तथा इस संबंध में कई लोगों का कहना है कि कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकतंत्र और संविधान की बात की थी मगर जिस संसद में मुसलमानों के नरसंहार की बात की जा रही है सरकार ने उस धर्म संसद के आयोजन की स्वीकृति आखिर क्यों दी।व कई लोगों ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है, कि धर्म संसद में मौजूद आयोजकों और सभी प्रवक्ताओं के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए।