हल्द्वानी। उत्तराखंड राज्य के कुमाऊं क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के कारण सभी नदी और नाले ऊफान पर आ गए हैं। ऐसे में गौला नदी का जल भी उफान पर है। जिससे बाढ़ का प्रभाव रेलवे पटरी की ओर होने से भू- कटाव जारी है। ट्रैक के बहने के खतरे को भापते हुए रेलवे प्रशासन द्वारा सोमवार से ट्रैक संख्या तीन पर ट्रेनों की आवाजाही रोक दी गई है। हालांकि अन्य दो ट्रैक ट्रेनों का संचालन करेंगे। बता दें कि रोजाना 10 ट्रेनों का संचालन काठगोदाम रेलवे स्टेशन से होता है और तीन ट्रैक से होकर ट्रेनें अपने गंतव्य तक पहुंचती हैं। लेकिन गौला नदी के प्रवाह के कारण ट्रैक संख्या 3 खतरे में है इसलिए वहां पर ट्रेनों की आवाजाही रोक दी गई है।
ट्रैक संख्या तीन के गौला में बहने का खतरा बढ़ गया है और बीते सोमवार को वहां अधिक भू कटाव भी हुआ। रेलवे प्रशासन द्वारा जारी आदेश के अनुसार अग्रिम आदेश तक इस ट्रैक से ट्रेनों का संचालन नहीं किया जाएगा। ना सिर्फ ट्रैक संख्या तीन बल्कि रेलवे की इलेक्ट्रॉनिक लाइन भी गौला की जद में आ गई है और लाखों की लागत के साथ बिछाई गई इस इलेक्ट्रॉनिक लाइन के कुछ खंभे भू- कटाव की चपेट में आकर गौला की ओर झुक गए हैं। बिजली के तार टूट कर अलग हो गए हैं। बता दें कि काठगोदाम में ट्रैक संख्या 3 सबसे पुरानी रेलवे लाइन है जहां 24 अप्रैल 1984 को सबसे पहली ट्रेन आई थी और अब यहां ट्रेनों की आवाजाही अग्रिम आदेश तक बंद कर दी गई है।