अब महाविद्यालयों में पढ़ाई छोड़ने के बाद फिर शुरू करने में नहीं होगी परेशानी, जानिए नई व्यवस्था

अब राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत कोई छात्र कभी भी महाविद्यालय में दाखिला ले सकता है| दूसरे महाविद्यालय या फिर रोजगार के लिए जा सकता है, रोजगार से वापस आकर फिर पढ़ाई शुरू कर सकता है|


इस संबंध में शिक्षा सचिव शैलेश बगौली ने कहा कि ऐसी स्थिति में समर्थ पोर्टल में छात्र के समस्त अभिलेख एवं सूचनाएं अंकित रहेंगी| जिससे उसे फिर से दाखिला लेने में कोई कठिनाई नहीं होगी| समर्थ पोर्टल में एक बार पंजीकरण कराने के बाद तीन विश्वविद्यालयों से संबद्ध 10 विश्वविद्यालयों में आवेदन कर सकते हैं| जबकि पहले विश्वविद्यालयों में पृथक पंजीकरण शुल्क एवं निजी महाविद्यालयों में लगभग एक हजार रुपये पंजीकरण शुल्क देना होता था, लेकिन अब समर्थ पोर्टल से विभिन्न महाविद्यालयों में आवेदन के बाद मेरिट, प्रवेश, काउंसलिंग, कक्षा शुरू होने आदि सूचनाओं की सुविधा है| इसमें प्रवेश प्रक्रिया के बाद एक समान क्यूआर कोड और सभी छात्रों का एक व्यक्तिगत लॉगिन होगा| इसके माध्यम से भी सूचनाएं प्राप्त कर सकते हैं|
उन्होंने कहा कि पहले छात्र सूचनाओं के लिए एक से दूसरे महाविद्यालयों के चक्कर लगाते रहते थे, लेकिन अब इस लॉगिन पर छात्र का पहचान पत्र डीजी लॉकर के माध्यम से अभिलेखों की प्रतिलिपि, एबीसी आईडी, ई ग्रंथालय आईडी मोबाइल ऐप से उपस्थिति की सूचना उपलब्ध रहेगी| इसके माध्यम से दाखिले के बाद परीक्षा के लिए भी आवेदन कर सकेंगे| जिसमें पहले से सूचनाएं होंगी केवल उन्हें अपने विषय एवं परीक्षा शुल्क का भुगतान करना होगा| इसी लॉगिन पर छात्र की परीक्षा सारणी, परीक्षा कक्ष, पहचान पत्र, परीक्षाफल एवं भविष्य में डिजिलॉकर को इंटीग्रेटेड करते हुए उपाधि भी उपलब्ध होगी|