
नई दिल्ली। भारत में अब ट्रेन से यात्रा करने वाले यात्रियों को रेलवे ने कुछ सुविधाएं उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। बता दें कि अब जो भी यात्री ट्रेन में यात्रा करेगा उसका स्वास्थ्य खराब होने पर उसे चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी। बता दें कि ट्रेन में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध ना होना एक बहुत बड़ी समस्या है मगर अब रेल में यात्रियों को स्वास्थ्य संबंधित सुविधाएं भी दी जाएंगी। दरअसल सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी अभी तक ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों पर मानक के अनुरूप मेडिकल बॉक्स की सुविधा उपलब्ध नहीं है और अब रेलवे बोर्ड ने इसे गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कोई भी लापरवाही इस मामले में ना करें तथा सभी क्षेत्रीय रेलवे से इस संबंध में रिपोर्ट भी मांगी गई है। बता दें कि अधिकांश रेलवे स्टेशन या ट्रेन में सिर्फ फर्स्ट एड बॉक्स रखा जाता है इससे बुखार ,हल्की चोट या अन्य सामान्य स्वास्थ्य समस्या होने पर यात्रियों को राहत मिल जाती है लेकिन यदि कोई यात्रा के दौरान गंभीर रूप से बीमार हो तो उसे जरूरी उपचार नहीं मिल पाता। ऐसी समस्या के समाधान के लिए कोर्ट ने एम्स ऋषिकेश के विशेषज्ञ समिति का गठन किया था और अब रेलवे स्टेशन और परिचालन से संबंधित कर्मचारियों को नियुक्ति के समय प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण भी अनिवार्य कर दिया जाए इस बात को लेकर समिति ने सिफारिश की है तथा प्रत्येक 3 वर्ष के अंतराल पर भी उन्हें नियमित रूप से प्रशिक्षण देने की सलाह दी गई है। इस संबंध में एम्स की विशेषज्ञ समिति द्वारा सिफारिश की गई है और समिति ने सिफारिश करते हुए कहा है कि प्रत्येक ट्रेन तथा रेलवे स्टेशन में मेडिकल बॉक्स की उपलब्धता होनी चाहिए। उसमें जीवन रक्षक दवा, चिकित्सा उपकरण, इंजेक्शन समेत 88 सामाग्री होंगी। इसके अलावा ट्रेनों व स्टेशनों पर उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा हर 3 वर्ष में होगी। बता दें कि सभी ट्रेनों में एम्स समिति द्वारा की गई सिफारिशों के अनुसार मेडिकल बॉक्स की व्यवस्था अनिवार्य रूप से होनी चाहिए इस बात को लेकर रेलवे बोर्ड ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
