नई दिल्ली| केंद्र सरकार ने टीबी, एचआईवी, हेपेटाइटिस बी, डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को राहत देते हुए राष्ट्रीय आवश्यक औषधि सूची लागू कर दी है| इससे कई बीमारियों की दवाएं सस्ती होंगी|
इसमें पेटेंट दवाएं भी शामिल है|
बताते चलें कि करीब 7 साल बाद अपडेट यह सूची 13 सितंबर को स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की थी| इसे 350 से अधिक विशेषज्ञों ने बनाया और कुल 384 दवाएं शामिल की है| इसमें चार anti-cancer सहित 34 नई दवाइयां है| 26 दवाएं इससे हटाई भी गई है| 2015 की सूची में 376 दवाएं थी| इन दवाओं को राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) की ओर तय दामों से अधिक में नहीं बेचा जा सकता| केवल आपात उपयोग की अनुमति के चलते कोविड-19 की दवाएं और टीके इस सूची में शामिल नहीं है| सूची से बाहर हुई दवाओं में रेनिटिडिन, ब्लीचिंग पाउडर, विटामिन सप्लीमेंट, निकोटिनामाइड शामिल है|