
उद्योग संगठन आईएएमएआई और मार्केट डाटा एनालिटिक्स फर्म कंटार की एक संयुक्त रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में 759 मिलियन से अधिक नागरिक एक्टिव इंटरनेट यूजर्स है, जो महीने में कम से कम एक बार इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं| भारत में 2023 तक एक्टिव इंटरनेट यूजर्स की संख्या 900 मिलियन तक होने की उम्मीद जताई गई है|
इंटरनेट इन इंडिया रिपोर्टर-2022 के तहत 759 मिलियन एक्टिव इंटरनेट यूजर्स है| जो महीने में कम से कम एक बार इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं| यह संख्या 2023 तक 900 मिलियन होने की उम्मीद है| ऐसा पहली बार हुआ है कि अधिकांश भारतीय एक्टिव इंटरनेट यूजर्स बन गए हैं|
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में 2022 में एक्टिव इंटरनेट यूजर्स की संख्या 759 मीडियम है, जिसमें से 399 मिलियन ग्रामीण भारत से है, जबकि 360 मिलन शहरी भारत से हैं| इससे पता चलता है कि ग्रामीण भारत देश में इंटरनेट का विकास जारी है| ग्रामीण भारत में पिछले 1 वर्षों में 14 फ़ीसदी की वृद्धि देखी गई है, जबकि शहरी भारत में केवल 6 फ़ीसदी की वृद्धि देखी गई है|
अनुमान जताया गया है कि 2025 तक भारत में सभी नए इंटरनेट यूजर्स में 56 फ़ीसदी ग्रामीण भारत से होंगे|
रिपोर्ट में कहा गया है कि, भले ही आजतक 54 फ़ीसदी पुरुष यूजर्स के साथ लिंग का अंतर बना हुआ है, लेकिन 2022 तक सभी नए यूजर्स में 57 फ़ीसदी महिलाएं थीं| अनुमान है कि 2025 तक सभी नए यूजर्स में 65 फ़ीसदी महिलाएं होंगी, जो लैंगिक अंतर को दूर करने में मदद करेंगी|
