
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्राॅन ने देश दुनिया में तांडव मचा रखा है| आए दिन इसके केसों में वृद्धि हो रही है जिस प्रकार यह वायरस फैल रहा है यह तीसरी लहर की शुरुआत हो सकती है| कोरोनावायरस के इस नए वैरीएंट को लेकर कहा जा रहा है किए हो बहुत संक्रामक है| लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस बात का जवाब देकर इन सभी आकांक्षाओं पर विराम लगा दिया है|
विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक अधिकारी ने न्यूज़ एजेंसी AFP से मंगलवार को हुई वार्ता के दौरान कहा कि इस बात की कोई वजह नहीं है जिससे यह अनुमान लगाए जाए कि ओमिक्राॅन इससे पहले सामने आए कोरोना के डेल्टा वेरिएंट से ज्यादा संक्रामक है या मौजूदा वैक्सीन इस नए वैरीएंट के खिलाफ है|
मंगलवार को यूएसए के एक संक्रामक रोग विशेषज्ञ एंथनी फोसी ने कहा, अभी ओमीक्राॅन वैरीएंट पूर्व में सामने आ चुका डेल्टा वैरीएंट की तरह संक्रामक नहीं है| अमेरिकी राष्ट्रपति के मुख्य चिकित्सा सलाहकार का कहना है कि अभी साफ तौर से ओमिक्राॅन हाई ट्रांसमिसिबल है लेकिन यहां डेल्टा से कम खतरनाक हो सकता है| इसका अंदाजा हम साउथ अफ्रीका में संक्रमित होने वाले व्यक्तियों और अस्पताल में भर्ती व्यक्तियों से लगा सकती हैं|
इसी दौरान एक अन्य वैज्ञानिक ने कहा जिनका नाम माइकल रयान है, हमारे पास उच्च क्षमता के वैक्सीन मौजूद है जिसने अभी तक कोरोनावायरस के विभिन्न स्वरूपों के खिलाफ अपना असर दिखाया है| यह वैक्सीन ओमिक्राॅन पर काम नहीं करेंगे इसकी कोई भी वजह अभी तक सामने नहीं आई है| साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अभी इस ननए वैरीएंट पर और अधिक रिसर्च और गहन अध्ययन की आवश्यकता है, ताकि इसकी गंभीरता को अच्छे से समझा जा सके|
अभी फिलहाल यही माना जा रहा है कि यह नया वायरस कोरोनावायरस के अन्य स्वरूप से कम फैलने वाला है| लेकिन फिर भी हमें सतर्कता बरतने की बहुत अधिक जरूरत है|
