किसान पिछले 1 वर्षों से तीन कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे हैं लेकिन इसका अभी तक सरकार ने कोई समाधान नहीं किया है जिस कारण किसान और ज्यादा आक्रोशित हो रहे हैं किसानों का कहना है कि सरकार जब तक तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती तब तक वह आंदोलन करते रहेंगे इसके लिए चाहे उन्हें किसी भी हद तक जाना पड़े
आक्रोशित किसानों ने आज 18 अक्टूबर को रेल रोकने का प्लान बनाया है उत्तराखंड के कई राज्यों में यह आंदोलन सुबह 10:00 बजे से चलेगा जिसमें किसान अपनी विभिन्न मांगों को रखेंगे इस आंदोलन में तराई किसान संगठन और किसान यूनियन के लोग शामिल रहेंगे
भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष चटुनी ने कहा कि सरकार जब तक इस काले कानून को वापस नहीं लेती है तब तक हम पीछे नहीं हटेंगे आज 18 अक्टूबर को रुद्रपुर स्टेशन पर सभी किसान सुबह 10:00 बजे से इकट्ठा हो जाएंगे और स्टेशन का घेराव करेंगे अगर इस दौरान कोई रेल आती है
तो उससे ट्रैक्टर से रोका जाएगा और सभी किसान रेल की पटरियों पर बैठकर काले कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे अगर सरकार नहीं मानती है तो हम आगे भी विरोध करते रहेंग
चटूनी ने कहा कि अगर हमें सरकार के काले कानून के विरोध मे अगला कदम भी उठाना पड़े तो हम तैयार हैं लेकिन हम सरकार के काले कानून को वापस करा कर रहेंगे किसानों ने ऐलान किया कि वह खटीमा,रुद्रपुर सहित काशीपुर की पटरी पर विरोध प्रदर्शित करेंगे यह विरोध सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक चलेगा इसमें सैकड़ों की संख्या में किसान रहेंगे
आरपीएफ प्रभारी रणदीप ने बताया कि किसान आंदोलन में आरपीएफ के अलावा जीआरपी वह सिविल पुलिस का सहयोग भी लिया जाएगा इस दौरान हम सभी का प्रयास रहेगा कि यात्री व रेल संपत्ति को कोई नुकसान न पहुंचे