आंखों की रोशनी चले जाने के बाद भी आठवीं कक्षा में पढ़ने वाली यह लड़की 7 भाषाओं में गाना गाकर फैला रही है भारत की संस्कृति

पटना| अगर इंसान के मन में किसी चीज की लगन और इच्छा शक्ति हो तो वह कुछ भी कर सकता है| ऐसा ही कुछ कर दिखाया है पटना की आठवीं कक्षा की छात्रा जय श्री ने| जय श्री सिन्हा भारत की विविधता को अपने गीतों में पिरो रही है| विदेशी भाषा स्पेनिश, फ्रेंच , अरेबिक और देसी भाषा तमिल, तेलुगू, हिंदी, भोजपुरी, बंगाली और अंग्रेजी में गाने गाती है|

कुल मिलाकर 9 भाषाओं में गाने गाती है| वह अपने इन गीतों के माध्यम से लोगों तक भारत की विविधता को पहुंचाना चाहती है| उनका कहना है कि भारत की विविधता ही हमारी संस्कृति है| जय श्री की मां का कहना है कि 3 साल पहले 26 जुलाई 2018 को उनकी बेटी को दिमागी बुखार नामक बीमारी हो गई| जिसकी वजह से उनकी आंखों की रोशनी चली गई| जिसके बाद भी वह हिम्मत नहीं हारी और अब वह ऑडियो सुनकर गाने की पढ़ाई कर रही है| जय श्री की मां का कहना है कि उनकी बेटी संगीत में आगे बढ़ना चाहती है| जय श्री की मां अनामिका एक निजी अस्पताल में मैनेजर है जबकि पिता एक निजी बीमा कंपनी के शाखा प्रबंधक है|
जय श्री की माता पिता ने उसकी आंखों की रोशनी वापस लाने के लिए देश के बड़े अस्पतालों को इस चक्कर लगाए लेकिन असफल रहे| वह अब भी अपनी बेटी के आंखों की रोशनी को वापस लाने के लिए कई जगह प्रयास कर रहे हैं| जय श्री की मां अनामिका अपनी बेटी द्वारा गाए गीतों की वीडियो बनाकर उससे इंस्टाग्राम jaya.hrite पर पोस्ट करती है| जिनको लोग काफी पसंद करते हैं साथ ही जय श्री की कला और उनकी हिम्मत की तारीफ ही करते हैं|