जैसे जैसे दिन गुजर रहे है ना सिर्फ पाकिस्तान बल्कि चीन भी भारत के लिए खतरा बनता जा रहा है। पहले पेंटागन की रिपोर्ट के अनुसार भारत को सचेत किया गया था कि वह चीन से सावधान रहें। और अब सीडीयस जनरल बिपिन रावत ने भी भारत के लिए चीन को खतरा बताया है। एक मीडिया कॉन्क्लेव के दौरान सीडीएस जनरल विपिन रावत ने कहा कि सीमा पर भारतीय जवान चीन को जवाब देने के लिए तैयार है और अगर अब गलवान जैसी कोई भी घटना हो तो भारतीय जवान चीन को मुंहतोड़ जवाब देंगे।
रावत का यह भी कहना है कि पिछले चार दशक से भारत और चीन के बीच हिंसक झड़प को देखते हुए मोदी सरकार ने अपना ध्यान पाकिस्तान से कुछ कम करके चीन की तरफ केंद्रित कर दिया है तथा भारतीय सेना आजादी के 70 साल बाद अब पहली बार बदलाव के बड़े दौर से गुजरेगी भारतीय सेनाओ को अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे आधुनिक सेनाओं की तरह संचालित किया जा रहा है।
उनका कहना यह भी है कि चीन के साथ बात करने का भारत के पक्ष में कोई नतीजा नहीं निकला दोनों देशों के बीच विवाद को सुलझाने में विश्वास की कमी और संदेह आड़े आ रहा है जिसके कारण दोनों पक्षों की बातचीत बिना नतीजे ही खत्म हो जा रही है। तथा सीडीयस जनरल बिपिन रावत ने यह भी कहा कि एलएसी पर 2020 के पहले की स्थिति बहाल करने में थोड़ा वक्त लग सकता है हालांकि इसके लिए हम प्रयासरत है। पिछले साल जून के महीने में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई झड़प में भारत को अपने 20 सैनिकों की जान गवानी पड़ी तथा वही चीन ने भी अपने 4 सैनिक गवाए इस घटना के बाद सीमा पर दोनों देशों की तरफ से सैनिक हथियार और इंफ्रास्ट्रक्चर तेजी से बढ़ाए जा रहे है।